तू कौन है
जिसका सपना देखा मैंने
सोच - सोच मै घबराऊँ
पाऊ ना मै अब कुछ कहने
तू कौन है
जो लगे है जाना - पहचाना नहीं
तेरी बातें है बहुत प्यारी
पर है तू एक अजनबी
जिसका सपना देखा मैंने
सोच - सोच मै घबराऊँ
पाऊ ना मै अब कुछ कहने
तू कौन है
जो लगे है जाना - पहचाना नहीं
तेरी बातें है बहुत प्यारी
पर है तू एक अजनबी
तू कौन है
जिससे हुआ है ये अनोखा परिचय
'तेरा साथ ' होगा कि नहीं
विधाता ही करेगा इसका निर्णय
जिससे हुआ है ये अनोखा परिचय
'तेरा साथ ' होगा कि नहीं
विधाता ही करेगा इसका निर्णय
Amazing thought about the 'unknown' person. Lovely poem in Hindi. Look forward to many more creations from you. You can try out the Hindo font to give it authenticity.
ReplyDeleteUpdated the post using the Hindo font this time :)
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